
छत्तीसगढ़ मॉडल की प्रशंसा कर सीएम बघेल को जब याद आए व्यंगकार हरिशंकर परसाई
(CM Baghel) सीएम बघेल ने एक निजी चैनल के कार्यक्रम में हिस्सा लेते हुए केन्द्र सरकार को महंगाई के मुददे पर घेरा। जिस प्रकार से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि अब गुजरात मॉडल को प्रचार करने के लिये उपयोग किया गया। जबकिवर्तमान में छत्तीसगढ़मॉडल की बात हो रही है और येही हमारे काम की तारीफ के रूप में देखा जाना चाहिए. इसके अलावा सीएम बघेल ने हरिशंकर परसाई जी को भी याद कर छत्तीसगढ़ की गोधन न्याय योजना से जोड़कर बात कही।
महंगाई पर हमला: अर्थव्यवस्था की कमजोरी पर बोले CM Baghel
CM Baghel ने कहा कि देश में इस समय महंगाई च
रम पर है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी टीम से देश की अर्थव्यवस्था संभल नहीं रही है. ये सरकार मिलकर सभी कुछ बेच दे रही है, एयर इंडिया को बेच दिया, कई बड़ी कंपनियों को बेच दिया गया है, सारे एयरपोर्ट को बेचा जा रहा है. सारी संपदा कुछ खास हाथों में जा रही है और फिर भी देश की इकोनॉमी सुधर नहीं रही है.
आप देखिए कि कैसे तेल और गैस के दाम बेतहाशा बढ़ते जा रहे हैं. पांच राज्यों के चुनावों के बाद डीजल और पेट्रोल के दाम किस तरह बढ़ रहे हैं, ये सब देख रहे हैं पर कोई बोल ही नहीं रहा है. लोगों को बरगलाया जा रहा है.
छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने गोधन योजना पर की बात
भूपेश बघेल ने कहा कि देश में गाय की बात केवल वोटों को हासिल करने के लिए की जा रही थी, गाय की बात हर कोई करने को तैयार है पर गायों के वास्तविक कल्याण के लिए कुठ ठोस कदम नहीं हो रहे थे. हमने छत्तीसगढ़ के अंदर ये व्यवस्था की जिससे गायों को खुला और सड़कों पर ऐसे ही ना छोड़ा जाए.
हरिशंकर परसाई की बात याद दिला सीएम ने गोधन योजना पर कही ये बात
सीएम बघेल ने हरिशंकर परसाई जी को याद कर उनके व्यंग्य के बारे में कहते हुए कहा कि पुराने व्यंगकार हरिशंकर परसाई जी ने कहा था कि दुनियाभर में गाय दूध देती है और सिर्फ भारत ऐसा देश है जहां गाय वोट भी देती है तो साफ है कि देश में इस समय गायों का इस्तेमाल राजनीति के लिए हो रहा है. हमने गोबर खरीदने की योजना शुरू की जिससे लोग अपने पशुओं को ऐसे ही खुला छोड़ने की सोच पर लगाम लगा सकें. गोबर से अब पेंट बनाने के लिए भी योजना चालू की जा रही है जो जल्द ही पूरी होगी. राज्य की जनता गोधन योजना से बहुत बड़े फायदे ले रही है और इस योजना के साथ जुड़ रही है.
जानिये कौन थे हरिशंकर परसाई जी
हरिशंकर परसाई (Harishankar Parsai) जी हिंदी के पहले रचनाकार थे, जिन्होंने व्यंग्य को विधा का दर्जा दिलाया और उसे हल्के–फुल्के मनोरंजन की परंपरागत परिधि से उबारकर समाज के व्यापक प्रश्नों से जोड़ा। इनका जन्म– 22 अगस्त, 1922, होशंगाबाद, मध्य प्रदेश में तथा मृत्यु– 10 अगस्त, 1995, जबलपुर में हुई थी। उनकी व्यंग्य रचनाएँ हमारे मन में गुदगुदी ही पैदा नहीं करतीं, बल्कि हमें उन सामाजिक वास्तविकताओं के आमने–सामने खड़ा करती हैं, जिनसे किसी भी व्यक्ति का अलग रह पाना लगभग असंभव है।