Chhattisgarh Temple : राजिम माघी पुन्नी मेला – तीन नदियों का है संगम…..
छत्तीसगढ़ पर्यटन– माघी पुन्नी मेला क्यों आयोजित किया जाता है? राजिम को छत्तीसगढ़ का प्रयाग कहलाने वाले राजिम माघी पुन्नी मेला (Rajim kumbh) का आयोजन प्रत्येक वर्ष फरवरी माह में किया जाता है।
Chhattisgarh Tourist Place – छत्तीसगढ़ के प्रयाग में आते हैं देश-विदेश से साधु-संत
छत्तीसगढ़ का प्रयाग कहा जाने वाले राजिम का माघी पुन्नी मेला हर साल आयोजित होता है और इसकी प्रसिद्धी का अंदाजा आप इस बात से लगा सकते हैं कि इस मेला को देखने के लिए देश और विदेश से भी लोग आते है और साधु संत भी इस समागम में पहुंचते है।
read – Places to Visit in Raipur – रायपुर शहर की वो 10 जगह जहॉ घूमना होगा रोचक
छत्तीसगढ़ का धार्मिक और सांस्कृतिक मेला : (temple in Chhattisgarh)
Chhattisgarh Tourism – राजिम का माघी पुन्नी मेला में छत्तीसगढ़के धार्मिक और सांस्कृतिक छवि देखने को भी मिलती है। यहॉ परकई बड़े बड़े कलाकारों की प्रस्तुतियां की झलक दिखाई देगी । दोस्तों इस मेले के मनोरंजन के लिए पंडवानी ,पंथी, भरथरी जैसे कार्यक्रम होगा।
Chhattisgarh Temple –राजिम की एक ऐतिहासिक कथा है और मान्यता है जिसके अनुसार भगवान विष्णु का मंदिर वहॉ पर स्थित है जिसे राजिम लोचन मंदिर (rajim lochan mandir) के नाम से जाना जाता है। यहा आयोजित मेले में जो श्रद्धालु आते हैं वह सभी यहॉ पर पुन्नी स्नान करने के लिये राजिम में जो तीन नदियों का संगम है वहॉ पर शामिल होते हैं। यहाँ पर महानदी, पैरी नदी तथा सोंढुर नदी का संगम होने के कारण यह स्थान छत्तीसगढ़ का त्रिवेणी संगम कहलाता है जिसका संगम छत्तीसगढ़ के राजिम में होता है। यही पर आयोजित किया जाता है राजिम मेला जिसे हम राजिम पुन्नी मेले के नाम से भी जानते हैं।