अमेरिका से भारत पहुंचा NISAR सैटेलाइट, लॉन्च के बाद देगा प्राकृतिक आपदाओं का अलर्ट

नई दिल्ली, दिनांक 09-मार्च-2023, गुरुवार
अमेरिकी वायु सेना ने बुधवार को नासा और इसरो द्वारा संयुक्त रूप से विकसित उपग्रह निसार भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी को सौंप दिया। अंतरिक्ष क्षेत्र में अमेरिका-भारत संबंधों में यह एक महत्वपूर्ण मुद्दा है।
अगले साल लॉन्च होने की संभावना है
इस बात की जानकारी अमेरिकी महावाणिज्य दूतावास चेन्नई ने साझा की है। उल्लेखनीय है कि यह उपग्रह अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के बीच सहयोग का परिणाम है। NISAR का उपयोग ISRO द्वारा कृषि मानचित्रण और भूस्खलन प्रवण क्षेत्रों के लिए किया जाएगा। उपग्रह को आंध्र प्रदेश के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से 2024 में निकट-ध्रुवीय कक्षा में लॉन्च किए जाने की उम्मीद है।
जानिए निसार की ताकत
निसार को अमेरिका और भारत ने संयुक्त रूप से विकसित किया है। इसमें दो अलग-अलग रडार हैं, जिनमें अमेरिकी वैज्ञानिकों द्वारा विकसित लॉन्ग रेंज (L) और भारतीय वैज्ञानिकों द्वारा S-बैंड शामिल हैं। उसके बाद दोनों को जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी ले जाया गया है. इस प्रयोगशाला में दोनों एक इकाई में एकीकृत हैं। अब इसे GSLV (जियोसिंक्रोनस सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल) पर अंतिम लॉन्च के लिए भारत भेजा गया है। निसार में पृथ्वी पर होने वाले सूक्ष्म परिवर्तनों का पता लगाने की क्षमता है और यह काले बादलों के माध्यम से भी जानकारी प्राप्त कर सकता है। निसार पृथ्वी की पपड़ी, बर्फ की चादर और पारिस्थितिक तंत्र के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करेगा।