North-East : पूर्वोत्तर में पर्यटकों का ध्यान

north-east in hindi : आज के समय में जो स्थिति पूर्वाेत्तर की है वह स्थिति पूर्व में ना थी। यानी बात चाहे पयर्टन की हो बात चाहे बिजली की हो या खेल की हो पूर्वाेत्तर में नया सवेरा हो रहा है। भारत का पूर्वोत्तर ( north east india ) हमारे देश का बार्डर वाला हिस्सा है। पूर्वाेत्तर के सिलसिले में इस लेख में हम जानेंगे कि कैसे पूर्वोत्तर का विकास हुआ है 8 साल में । सरकार पूर्वोत्तर को न केवल आर्थिक विकास का, बल्कि सांस्कृतिक विकास का भी केंद्र बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
8 आधार से विकास
North East News, : मोदी सरकार ने स्पष्ट किया है कि पूर्वात्त्र के विकास के लिए 8 आधार स्तंभों, अर्थात – शांति, बिजली, पर्यटन, 5जी कनेक्टिविटी, संस्कृति, प्राकृतिक खेती, खेल की क्षमता पर काम कर रही है। इससे एक बात तो साफ है कि पूर्वोत्तर के युवा, किसान तथा शांति की चाह रखने वालों के लिये प्रयास होंगे।
वहीं बात कृषि से संंबंधित करें तो कृषि उड़ान (krishi udaan) को पीएम मोदी ने अहम बताया है। उनके अनुसार कृषि उड़ान के माध्यम से क्षेत्र के किसान (north east farmer ) अपने उत्पादों को देश और दुनिया के विभिन्न हिस्सों में भी भेज सकते हैं। ड्रोन किसानों को भौगोलिक चुनौतियों से उबरने और उनकी उपज को बाजार तक पहुंचाने में मदद कर सकते हैं।
assam news : कनेक्टीविटी :
कई पूर्वोत्तर राज्य पहली बार रेलवे मानचित्र पर आए हैं और जलमार्गों के विस्तार के लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं। वैसे कनेक्टिविटी को भी ध्यान में सरकार द्वारा रखा जा रहा है इसके लिये ही प्रतिष्ठित पुल परियोजनाएं पूर्ण हो रही है। वैसे एक आकड़े के अनुसार पिछले 8 वर्षों में, इस क्षेत्र में हवाई अड्डों की संख्या 9 से बढ़कर 16 हो गई है, और उड़ानों की संख्या 2014 से पहले लगभग 900 से बढ़कर लगभग 1900 हो गई है। इस क्षेत्र में 2014 के बाद से राष्ट्रीय राजमार्गों की लंबाई में 50 प्रतिशत वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि पीएम-डिवाइन योजना के शुभारंभ के साथ ही पूर्वोत्तर में बुनियादी ढांचा परियोजनाओं को और गति मिली है। सरकार ऑप्टिकल फ ाइबर नेटवर्क को बढ़ाकर पूर्वोत्तर में डिजिटल कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने पर भी काम कर रही है।
बिजली-पानी, उद्योग से मिलेगा रोजगार
pm modi in north visit – नेट जीरो के प्रति भारत की प्रतिबद्धता पर चर्चा करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि पूर्वोत्तर जलविद्युत का पावरहाउस बन सकता है। इससे क्षेत्र के राज्यों को अतिरिक्त बिजली मिलेगी, उद्योगों के विस्तार में मदद मिलेगी और बड़ी संख्या में रोजगार सृजित होंगे।
खेल कूद में बढ़ेगा कद
sport in north : खेल के क्षेत्र में पूर्वोत्तर राज्यों के योगदान की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि सरकार पूर्वोत्तर में भारत के पहले खेल विश्वविद्यालय के विकास के माध्यम से क्षेत्र के खिलाडिय़ों को सहायता प्रदान करने की दिशा में काम कर रही है। साथ ही, क्षेत्र के 8 राज्यों में 200 से अधिक खेलो इंडिया केंद्रों को मंजूरी दी गई है और क्षेत्र के कई एथलीटों को टॉप्स योजना के तहत लाभ मिल रहा है।
पूर्वाेत्तर : पर्यटन में विश्व स्तरीय होगी पहचान
purvottar me paryatan : क्षेत्र की पर्यटन क्षमता पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि क्षेत्र की संस्कृति और प्रकृति दोनों ही दुनिया भर के पर्यटकों को आकर्षित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में भी पर्यटन सर्किटों की पहचान की जा रही है और उन्हें विकसित किया जा रहा है।प्रधानमंत्री ने भारत की जी20 अध्यक्षता पर भी चर्चा की और कहा कि इसकी बैठकों में दुनिया भर के लोग पूर्वोत्तर में आएंगे। उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र की प्रकृति, संस्कृति और संभावना को प्रदर्शित करने का उपयुक्त अवसर होगा।
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