slider-topUncategorizedWorldworld Post

pakistan economic crisis : कर्ज के माकड़ जाल में फंसे पाक के दिन लद गये

दशहत के मंजर में पाकिस्तान

pakistan crisis : आतंक का आका पाकिस्तान इतना बदहाल हो चुका है कि अब उसके पास कोई चारा नहीं बचा है कर्ज मांगने के अलावा।

पाकिस्तान के अर्थशास्त्री परवेज ताहिर ने लोगों की परेशानियों को कम करने के लिए भारत के साथ व्यापार फिर से शुरू करने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि 18वें संशोधन की आवश्यकता के अनुरूप संघीय कैबिनेट के आकार में कटौती की जानी चाहिए।

#PakistanBankrupt – चूंकि संघीय विकास खर्च को उधारी से वित्तपोषित किया जाता है, इसलिए बजट के संतुलित होने तक इसे घटाकर शून्य कर देना चाहिए। उन्होंने कहा कि डिफेंस पर खर्च काफी ज्यादा है।

Pak सरकार पर उठे सवाल

 

पहले इमरान खान को  लेकर कहा जाता था कि इमरान खान (imran khan ) एक सेना की कठपुतली है परंतु वर्तमान में शरीफ सरकार ने जो काम किया है उससे तो यही लगता है कि पाकिस्तान की राजनीति को कोई पूछने वाला नहीं मिल रहा है ना ही दिशा है और ना ही दशा।

पाकिस्तान के अर्थशास्त्री की pakistan economic crisis बातों से साफ जाहिर है कि पाकिस्तान को भारत की तरक्की और पाकिस्तान की कड़की का मलाल है। साफ जाहिर एक बात हो रही है कि भारत से बैर लेने और आतंकी हरकतों को रोकने में नाकाम पाकिस्तान की सरकार को कुछ नहीं सूंझ रहा है तो अब अपने ही जनता से भारत की तरफ हाथ बढ़ाने की अपील करवा रही है। इसी प्रकार से पाकिस्तान की राजनीति भी इतनी कमजोर हो चुकी है कि सेना भी अपना आपा खो चुकी है।

pakistan news in hindi – हालात ठीक नहीं हो रहे हैं ऐसा माहौल हो चुका हैै कि मीडिया में महंगाई के रोने रोते हुए जनता को दिखाया जा रहा है इतना ही नहीं अब पाकिस्तान के खस्ताहाल अर्थव्यवस्था के दौरान हिंसा और दहशत का माहौल भी बन चुका है। यही कारण है कि पाकिस्तान में लोग दहशत के मंजर में जी रहे हैं।

पाकिस्तान-तालिबान के Terrorist 

कराची के पुलिस प्रमुख के कार्यालय पर भारी हथियारों के साथ हमला करने वाले पाकिस्तान तालिबान के आतंकवादियों की पहचान कर ली गई है। हमले में संलिप्त आतंकवादी पश्चिमोत्तर पाकिस्तान के दो जिलों के रहने वाले थे। पुलिस ने यह जानकारी दी।

TTP Terrorist ने हमले की जिम्मेदारी ली

उल्लेखनीय है कि तहरीक ए तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के आतंकवादियों ने कराची स्थित पुलिस प्रमुख के पांच मंजिला कार्यालय पर हमला किया था। प्रतिबंधित टीटीपी के प्रवक्ता मोहम्मद खुरसानी ने बयान जारी कर हमले की जिम्मेदारी ली थी। घंटों चली मुठभेड़ में टीटीपी के तीन आतंकवादी मारे गए थे और तीन सुरक्षाकर्मियों सहित चार अन्य लोगों की भी जान गई थी।

पुलिस के मुताबिक, आतंकवादी जाला नूर और किफयतुल्ला की पहचान उत्तरी वजीरिस्तान के लक्की मरवात जिला निवासी के तौर पर हुई है। उन्होंने बताया कि दोनों आतंकवादियों ने हमले से करीब एक महीने पहले इलाके की रेकी की थी और वे अतिरिक्त पुलिस महानिरीक्षक को निशाना बनाना चाहते थे। पुलिस ने कथित आतंकवादी किफायतुल्ला के लक्की मरवात स्थित वांदा अमीर गांव के आवास पर छापेमारी की और परिवार के सदस्यों से पूछताछ की गई।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button