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gupt navratri 2023 : गुप्त नवरात्रि 2023 का महत्व

Religion

Magh Gupt Navratri 2023 : माता के भक्तों के लिये नवरात्रि आती है और भक्तों के लिये 9 दिन की नवरात्रि खास होती है। भारत ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में नवरात्रि के पर्व (gupt navratri)को खास दर्जा दिया गया है। हाल में बंगाल की दुर्गा पूजा (durga puja in kolkata ) भी अब यूनेस्को ( kolkata durga puja unesco) की हेरिटेज सूची में दर्जा मिला था।

इसी प्रकार से भारत के कोने-कोने में नवरात्रि मनाये जाने का चलन और तरीका अलग-अलग है। यह देश की एकता का प्रतीक भी कहलाता है। आज जनता पोस्ट में हम आपको बता रहे हैं गुप्त नवरात्रि के बारे में कुछ तथ्य जिसे जानना आपके लिये जरूरी है।

गुप्त नवरात्रि पर्व (Gupt Navratri parv) का विशेष धार्मिक महत्व है। गुप्त नवरात्रि के शुभ अवसर पर पूरे भारत में मेलों का आयोजन किया जाता है। माघ महीने को उत्सव का महीना माना गया है क्योंकि अगले ही महीने फल्गुन में होली पड़ती है।

गुप्त नवरात्रि 2023 का महत्व क्या है?

(Gupt Navaratri 2023 Ka Mahatva) गुप्त नवरात्रि सिद्धि प्रदान करने वाली होती हैं। आपको बता दें कि गुप्त नवरात्र में साधक सन्यासी, सिद्धि प्राप्त करने वाले, तांत्रिक-मांत्रिक देवी की उपासना करते हैं। तथा देवी की दस महाविधाएं की पूजा की जाती है, जिनका तंत्र शक्तियों और सिद्धियों में विशेष महत्व है जिसका विस्तृत उल्लेख आपको आध्यात्मिक पुस्तकों में मिल जायेगा।

Gupt Navaratri 2023 Puja Vidhi

जबकि प्रत्यक्ष नवरात्र में गृहस्थ जीवन व्यतीत करने वाले समस्त जन माँ दुर्गा जी के 9 रूपों की पूजा करते है। गुप्त नवरात्र में भी अगर आम जन चाहें तो किसी विशेष इच्छा की पूर्ति या सिद्धि के लिए साधना उपासना तथा पाठ आदि करके मनोरथ की पूर्ण कर सकते हैं।

गुप्त नवरात्रि में सिद्धि कैसे प्राप्त करें?

गुप्त नवरात्रि कौन कौन से महीने में आती है? नवरात्रि पर्व को साधना के लिए श्रेष्ठ अवसर बनाएगा। साल में चार नवरात्रियां आती हैं। इनमें दो गुप्त और दो प्रकट नवरात्रि होती है। आषाढ़ व माघ की नवरात्रि गुप्त नवरात्रि कहलाती है। गुप्त नवरात्रि को तंत्र साधना के लिए श्रेष्ठ माना जाता है। गुप्त नवरात्रि में सिद्धि प्राप्ति के लिये आपको माता की विशेष पूजा करनी होगी।

गुप्त नवरात्रि में दस महाविद्या जो दस माता के रुप में जानी जाती है, उनकी आराधना की जाती है। इनके नाम है- काली, तारा, षोडषी, भुवनेश्वरी, भैरवी, छिन्नमस्तका, धूमावती, बगलामुखी, मातंगी और कमला।

इनकी आराधना से कोर्ट में विजय, संतान सुख, मारण, उच्चाटन, विद्वेषण, मोहन, आकर्षण आदि कई लाभ प्राप्त होते हैं। राजनीतिक सफलता के लिए, पद प्राप्ति एवं कई साधक आत्मसुख की प्राप्ति के लिए भी इनकी अराधना करते हैं।

गुप्त नवरात्रि साल में कितनी बार आते हैं?

भक्तों आपको बता दें कि पूरे वर्ष भर के चार नवरात्रों में से दो को प्रत्यक्ष नवरात्र कहा गया है और दो को गुप्त नवरात्र यानी गुप्त नवरात्रि साल में दो बार आती है।

माघ गुप्त नवरात्रि 2023 मुहूर्त (Magh Gupt Navratri 2023 Muhurat )

Gupt Navaratri Tithi 2023 कब है: आपको बता दें कि इस बार गुप्त नवरात्रि के दौरान 26 जनवरी को वसंत पंचमी पर्व रहेगा। इस दिन देवी सरस्वती की पूजा की जाती है। गुप्त नवरात्रि की अष्टमी 29 रविवार तथा नवमी 30 सोमवार रहेगा।

जया एकादशी व्रत 1 फ रवरी बुधवार तथा माघी पूर्णिमा का स्नान दान आदि व्रत पर्व 5 फ रवरी रविवार को रहेगा। ज्योतिष सलाहकार पण्डित मनोज शुक्ला के अनुसार यह बात यहॉ पर लिखी गई है। दिनांक 22 जनवरी रविवार से गुप्त नवरात्रि आरम्भ हुई है जो 30 तारीख सोमवार तक रहेगा।

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