हिन्दू धर्म मेंरामनवमी के दिनपूजा अर्चना कीजाती है। रामनवमी का सनातनधर्म में विशेषधार्मिक और पारंपरिकमहत्व है जोहिंदू धर्म केलोगों के द्वारापूरी भक्ति, आस्थाएवं उत्साह केसाथ मनाया जाताहै।
इंडोनेशिया जैसे मुस्लिमराष्ट्र में नागरिकरामलीला का मंचनकरते हैं तोक्या वे अपनेधर्म से भ्रष्टहो जाते हैं? इस मुस्लिम देशमें रामलीलाओं कामंचन भारत सेकहीं बेहतर औरशास्त्रीय कलात्मकता, उच्च धार्मिकआस्था के साथकिया जाता है।
आज हम आपकोता रहे हैंकि भारत हीनहीं बल्कि दुनियाके कई देशोंमें पूजे जातेहैं भगवान राम।आपको यह जानकरगर्व महसुस होगाभारत में हीनहीं, दुनिया मेंश्रीराम अत्यंत पूज्यनीय हैंऔर आदर्श पुरुषहैं। थाईलैंड, इंडोनेशियाआदि कई देशोंमें भी श्रीरामआदर्श के रूपमें पूजे जातेहैं। श्रीराम केवलभारतवासियों या केवलहिन्दुओं के मर्यादापुरुषोत्तम नहीं हैं, बल्कि बहुत सेदेशों, जातियों के भीमर्यादा पुरुष हैं जोभारतीय नहीं।
लेखक इकबाल ने रामभगवान की प्रशंसामें लिखी थीये बातें:
अल्लामा इकबाल को लिखनापड़ा– ‘है रामके वजूद परहिन्दोस्तां को नाज, अहले वतन समझतेहैं, उनको इमामेहिंद।
भगवान विष्णु केअवतार श्रीराम काधरती पर अवतारलेने का एकमात्रउद्देश्य अधर्म का नाशकर धर्म कीपुन: स्थापना करनाथा जिससे सामान्यमानव शांति, प्रेमएवं सुख केसाथ अपना जीवनव्यतीत कर सके, साथ ही भगवानकी भक्ति करसके। उन्हें किसीप्रकार का दु:ख याकष्ट न सहनापड़ें।