Tourism India : भारतीय सांस्कृतिक और प्राकृतिक समृद्धि को बढ़ावा

Tourism India : भारतीय सांस्कृतिक और प्राकृतिक समृद्धि को बढ़ावा

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Tourism India : लोकसभा में सरकार ने स्पष्ट रूप से यह बात कही है कि देश में विकास की व्यवस्था को लेकर किसी प्रकार के आदान-प्रदान किये जा रहे हैं । इसके लिये मोदी सरकार आने वाले समय में क्या-क्या कर रही है आईए इस लेख में हम जानते है –

पर्यटन मंत्रालय ने भारतीय सांस्कृतिक और प्राकृतिक समृद्धि को बढ़ावा देने के उद्देश्य से ‘स्वदेश दर्शन 2.0’ का आयोजन किया है, जो देश को एक नए पर्यटन के रूप में प्रस्तुत करता है। इस अभियान के तहत, पर्यटन मंत्रालय ने राष्ट्रभर में 55 गंतव्य-स्थलों की पहचान की है, जो दर्शनीय और आत्मनिर्भर भारत की प्रेरणा का केंद्र हैं।

प्रसाद योजना: धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत का संरक्षण

Prasad Yojna : ‘प्रसाद’ योजना के तहत, पर्यटन मंत्रालय ने धार्मिक स्थलों को विकसित करने का प्रयास किया है। इस योजना में 46 परियोजनाएं शामिल हैं, जिन्हें स्वीकृति मिली है, और इससे धार्मिक और सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित रखने में मदद होगी।

केंद्रीय एजेंसियों को सहायता: अवसंरचना विकास के लिए वित्तीय समर्थन

साथ ही, पर्यटन मंत्रालय ने केंद्रीय एजेंसियों को सहायता योजना के माध्यम से देशभर में पर्यटन अवसंरचना के विकास के लिए वित्तीय सहायता प्रदान की है। इस कार्यक्रम के तहत, 54 परियोजनाएं मंजूर हो चुकी हैं, जिन्हें केंद्रीय सरकार ने आर्थिक रूप से समर्थन प्रदान किया है। यह उदाहरण स्पष्ट करता है कि सरकार किस प्रकार से पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए सभी संभावनाओं का समर्थन कर रही है।

पर्यटन मौसम : देश को 365 दिनों के लिए आकर्षक बनाए रखने का प्रयास

Environment of India : पर्यटन मंत्रालय ने विभिन्न पर्यटन मौसमों को पहचाना है जो देश को सालभर में आकर्षक बनाए रखने का उद्देश्य रखता है। इसके माध्यम से, सरकार देशवासियों को अपने देश के विभिन्न हिस्सों में सुंदरता और विविधता का आनंद लेने के लिए प्रेरित कर रही है।

इन योजनाओं के माध्यम से, Tourism India : भारतीय सांस्कृतिक और प्राकृतिक समृद्धि को बढ़ावा देने पर्यटन मंत्रालय ने एक सशक्त और समृद्ध भारत की ऊर्जा को बढ़ावा देने का संकल्प लिया है, जहां पर्यटन से जुड़े सभी क्षेत्रों में विकास हो। यह साथ में देश की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर को संरक्षित रखने का भी एक प्रयास है, ताकि आने वाली पीढ़ियाँ भी हमारी समृद्धि का हिस्सा बन सकें।

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